पथरिया :- पथरिया ब्लॉक के ग्राम किंदरहो में अवैध शराब की बिक्री और उससे हो रहे सामाजिक दुष्प्रभावों के विरोध में ग्रामीणों ने एकजुट होकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने पथरिया एसडीएम कार्यालय पहुँचकर ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है, जिससे युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहा है। इसके चलते घरेलू हिंसा, चोरी-चकारी और सामाजिक कलह जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। महिलाएं और बुजुर्ग इस स्थिति से सबसे अधिक परेशान हैं।
ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने मांग की कि ग्राम में अवैध शराब की बिक्री को तत्काल रोका जाए और इसके लिए नियमित पुलिस गश्त तथा कड़ी कार्रवाई की जाए।
एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और जल्द ही इस संबंध में उचित कदम उठाए जाएंगे।
शहर में फल फूल रहे जुआ सट्टा अवैध शराब व गांजा बिक्री जैसे अवैध कारोबारों पर सख्त नहीं पथरिया पुलिस
पथरिया - नगर व आसपास के गांवों में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर हो रही है, जिसमें आबकारी और पुलिस विभाग की भी मौन स्वीकृति दिखाई दे रही है। शहर के लगभग हर वार्डों, गली, मोहल्लों में अवैध शराब का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है। जिससे युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है। वर्तमान में पुलिस पर शहर में जगह जगह कमीशनखोरी पर अवैध रूप से शराब बिकवाने के आरोप लग रहे हैं। नगर व आसपास के क्षेत्रों में लगातार अवैध शराब भारी मात्रा में परिवहन की जा रही है जिस पर ना तो आबकारी विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही पथरिया पुलिस। हर गली नुक्कड़ पर सट्टे की बुकिंग खुलेआम की जा रही है गांजा बिक्री जैसे गंभीर अपराध पथरिया में आम बात हो गए है लेकिन पथरिया पुलिस की सक्रियता इन मामलों में किसी भी प्रकार से नहीं दिखाई दे रही है जिस वजह से अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।
इसके अलावा कुछ अवैध शराब विक्रेता फोन कॉल पर ही शराब की डिलीवरी कर रहे हैं जो सेवाएं इस समय चर्चाओं का विषय बनी हुई हैं। शहर में दो अंग्रेजी व देशी शराब के ठेके खुले हुए हैं, लेकिन अगर देखा जाए तो वर्तमान में यह अवैध माफिया शासन, प्रशासन को ठेंगा दिखाकर शराब विक्रय कर रहे हैं जिन पर आबकारी और पुलिस विभाग कोई कार्यवाही नही करता। जिससे हर वार्ड में अवैध रूप से शराब बिक्री कमीशन पर जोरों हो रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर की नगर परिषद की सीमा में 15 वार्ड आते हैं, जिसमें कुछ वार्डों को छोड़कर पूरी तरह यह कारोबार मकड़ जाल की तरह फैल हुआ है, कुछ मामलों में पुलिस विभाग की छुट पुट कार्यवाही में आरोपी सफेद थैला और खाकी कार्टून के साथ सहर्ष स्वीकार करते हैं अगर जानकारों की माने तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लक्ष्य पूरा करने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन पर इस अवैध शराब के कारोबार को लेकर दबाव डाला जाता है, तो स्थानीय पुलिस द्वारा चुनिंदा लोगों के खिलाफ जब्ती की कार्रवाई कर लक्ष्य पूरा कर लिया जाता है।
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