दमोह : फुटेरा कलां बरसात में अक्सर जर्जर भवनों के गिरने की सूचना मिलती है इसके बाद भी प्रशासन बेपरवाह बना हुआ है क्षेत्र में निजी भवन ही जर्जर नहीं बल्कि ऐसी इमारत में सरकारी दफ्तर भी चल रहे हैं इसके बावजूद प्रशासन जर्जर इमारत को गिराने की अब तक अपनी ओर से कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है शासन ने जर्जर भवनों को ध्वस्त करने का निर्देश दिया है इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है इसी प्रकार का मामला ग्राम पंचायत फुटेरा कला के प्रांगण में स्कूल भवन कई वर्षों से खंडर पड़ा हुआ है जो पुराने शासकीय स्कूल की बिल्डिंग है इसी खंडर बिल्डिंग के पिछे कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक के बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं लेकिन प्रशासन को अब तक सुध तक नहीं आपको बता दें कि ग्राम पंचायत फुटेरा कला जर्जर भवन के पीछे कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक के बच्चो का स्कूल लगता है जिसने लगभग 100 बच्चे अध्यनरत है इसी प्रांगण में ग्राम पंचायत एवं आंगनबाड़ी केंद्र है बाजु से मिडिल स्कूल का भवन अत्यंत जर्जर हो गया है छत ऊपर से गिर गया है दीवार बरसात के पानी के कारण गिरने की कगार पर है दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी है इस जर्जर भवन की हालत यह है कि न छत जमीन पर गिरी हुई है तो दीवार में बड़ी-बड़ी दरार आ चुकी है भवन के खंभे भी जर्जर हो चुके हैं इस वक्त बारिश का मौसम है दीवारें गीली रहती हैं हवा आंधी के कारण भवन कभी भी गिर सकता है ऐसे में यदि कोई घटना घटती है तो कौन जिम्मेदार होगा!
गांव के बुजर्गो बताया ने 60 साल पहले बना था ये स्कूल
बता दें को इस खस्ता हाल भवन में मिडिल स्कूल लगाया जाता था लगभग 60 साल पहले स्कूल का भवन बना था इसी के सामने एक बड़ा खेल मैदान भी है जब भी बच्चों की छुट्टी होती है तो खेलते खेलते इसी जर्जर भवन में पहुंच जाते हैं गांव के लोगों द्वारा बताया गया कि इस खंडर भवन को 10 साल पहले शासन ने मृत्यु घोषित कर दिया लेकिन अभी तक इस खंडार भवन को जमीदोज नहीं किया गया!
👉इस संबंध में तहसीलदार राबिन जैन ने कहा कि जर्जर भवन जितने भी है उन्हे चिह्नित किया जा रहा है फोटो मुझे वॉटसाप कर दे जल्दी ही करवाही की जाएगी
👉पटवारी देवेंद्र पटेल ने कहा कि जांच प्रतिवेदन कर कर्रावही की जाएगी
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